सचमुच यह गौरव
का क्षण है ,
अवसर आज बहुत
पावन है ,
हर्षित हृदय ,
सीना चौड़ा है,
पर, मन भावुक
भी थोड़ा है /
आज की शाम बड़ी अदभुत है,
न्योछावर इस
पर सबकुछ है ,
आज इठलाने की
घड़ी है ,
जश्न मनाने
की घड़ी है /
वैसे तो कीट के अम्बर में ,
उपलब्धियों के
अनंत तारे हैं,
या, कीट के
उपलब्धि-उपवन में,
बिखरे पुष्प
बहुत सारे हैं :
पर आज कीट के उपलब्धि-गगन में,
"ए" ग्रेड का चाँद आया है ,
दस वर्षों
के सतत संघर्ष
ने ,
रंग आज अपना दिखलाया है – 2
डगर कठिन थी, रास्ता मुश्किल था – 2
पर हमारा भी, एक समर्पित
दिल था,
दस वर्षों के ही अल्प सफ़र
में ,
धरती से उठकर अम्बर में ,
ध्वज जीत के फहराने लगे हम
,
गीत ख़ुशी के गाने लगे हम / –
2
आओ मीलकर जश्न मनाएं ,
गीत जीत की मिलकर
गायें,
दृढ़-संकल्पित हो कर
फिर हम,
आगे का कुछ लक्ष्य
बनायें / – 2
By :- Rohit Kumar
,
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